जब लोगो के द्वारा स्वयं के घर को बनाने की बात आती है तो इसमें अलग-अलग प्रकार की सामग्रियों की आवश्यकता होती है. जैसे कि सरिया, सीमेंट, रेत, ईंट, बार इत्यादि. किंतु यह कुछ गिने-चुने वस्तुएं बहुत ही ज्यादा महंगी आती है.
इस वजह से निर्माण कार्यों को कर पाना एक चुनौती का रूप धारण कर लेता है. वैसे तो धनी लोगों के लिए स्वयं का घर बनाना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन यदि बात की जाए मध्यवर्गीय लोगों तथा निम्न वर्ग के लोगों का तो उनके लिए घर नहीं अपितु भावनाओं का एक महल होता है.
क्या आप स्वयं का घर बनाना चाहते हैं तो इस कार्य हेतु अब आपको विलंब करना चाहिए या फिर नहीं इससे संबंधित जानकारियां आज के इस पोस्ट में विस्तृत है.
कैसे मैटेरियल्स को प्रयोग में लाएं?
किसी भी चीज की यदि बात की जाए तो वह दो कैटेगरी में आते हैं. एक तो प्रीमियम क्वालिटी की और दूसरा चीपेस्ट क्वालिटी की.
यदि आप भी चाहते हैं कि इस बात का पता लगाना कि इन दोनों में से किस मैटेरियल्स का प्रयोग करना चाहिए तो हमने कुछ तर्क नीचे में प्रदान किए हैं.
स्वयं का घर बनाना एक सपने के समान होता है. अगर आप चाहते हैं कि आपका घर मजबूत, खूबसूरत और काफी ज्यादा लंबे समय तक बना रहे तो इसके लिए आपको प्रीमियम क्वालिटी की मैटेरियल्स को ही प्रयोग में लाना चाहिए. हालांकि यह थोड़े महंगे पड़ते हैं.
किंतु यदि आप कुछ समय के लिए ही घर का निर्माण करना चाहते हैं अर्थात 2 साल 3 साल या फिर 5 साल के लिए तो फिर ऐसे में आपको प्रीमियम क्वालिटी के मैटेरियल्स को खरीदने की आवश्यकता नहीं है.
लेकिन जब घर बनाने की बात आती है तो फिर लोगों के द्वारा प्रीमियम से प्रीमियम क्वालिटी की मैटेरियल्स को ही प्रयोग में लाने को प्राथमिकता दी जाती है.
क्योंकि एक बार यदि घर बन जाए तो दोबारा घर बनाना एक कठिन कार्य होता है. ऐसे में घर बनाने वालों के लिए एक बड़ी खुसखबरी है की सरिया और सीमेंट के दामों में अचानक गिरावट हुई है, यँहा देखें सरिया सीमेंट के ताज़े भाव.
क्या आपके पास भी पर्याप्त धन नहीं है?
स्वयं का घर बनाना कोई मामूली बात नहीं है. इस कार्य हेतु लोगों को बहुत ही ज्यादा धन की आवश्यकता होती है. तब जाकर के कहीं पर घर का निर्माण संभव हो पाता है.
यदि आप भी स्वयं का घर बनाना चाहते हैं तो फिर आप को सर्वप्रथम इस बात का खास ख्याल रखना है कि आपके हाथ में पर्याप्त धन हो तभी आप अपने इस गृह निर्माण कार्य को प्रारंभ करें.
क्योंकि स्वयं का घर बनाना कोई मामूली बात रही है. ऐसे में आपके पास पर्याप्त धन नहीं होगा तब आपको गृह निर्माण कार्य को प्रारंभ करने के विषय में नहीं सोचना चाहिए.
साल 2022 को खत्म होने में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. तत्पश्चात नया वर्ष 2023 प्रारंभ हो जाएगा. कई लोगों का कहना है कि नया साल में ही वह स्वयं का घर बनाने की ओर रुख मोड़ देंगे.
किंतु ऐसे में आज हम बताएंगे की नए साल 2023 में आपको नया घर बनाने हेतु औसतन कितना खर्च उठाना पड़ सकता है?
स्वयं का घर बनाने हेतु औसतन खर्च
कंस्ट्रक्शन कार्य हेतु कुछ विशेष सामग्रियों की आवश्यकता होती है, जो कि अलग-अलग कैटेगरी में उपलब्ध होते हैं. वैसे तो घर बनाने में हल्के मैटेरियल्स का उपयोग किया जाना चाहिए.
जिससे कि वह सस्ता भी पड़े. किंतु यदि आप प्रीमियम क्वालिटी के मटेरियल का प्रयोग करते हैं. तो फिर यह महंगा पड़ता है.
किंतु इन दोनों ही विकल्पों में आपको चयन करना है. ऐसे में आज हम आपको औसतन एक कीमत बताएंगे जो कि घर बनाने के लिए लग सकते हैं.
स्वयं का घर बनाने हेतु अलग अलग लोगों का अलग अलग बजट तैयार होता है. ऐसे में निर्माण कार्य की सामग्रियों को अलग-अलग कैटेगरी में विभाजित किया जाता है.
जिससे कि गृह निर्माण कार्य को प्रारंभ किया जा सके. हमने यहां पर उदाहरण के स्वरूप में 1000 स्क्वायर फुट के जगह पर स्वयं के घर बनाने हेतु खर्च के बारे में बताया है.
C कैटेगरी-
इस कैटेगरी में काफी ज्यादा सस्ते सामानों को सम्मिलित किया जाता है. इनमें कम गुणवत्ता वाले , रेत, फिक्स्चर, सीमेंट, स्टील इत्यादि सामग्रियों को प्रयोग में लाया जाता है.
यदि सबसे ज्यादा निम्न दर्जे के सामान का इस्तेमाल करके 1000 स्क्वायर फुट जगह पर घर का निर्माण करवाया जाता है तो इसके लागत में कम से कम ₹700000 से लेकर के ₹1000000 तक का खर्च आ सकता है.
B कैटेगरी –
इस कैटेगरी में जिन सामानों को प्रयोग में लाया जाता है वे C कैटेगरी में आने वाले सामग्रियों की तुलना में काफी ज्यादा बेहतर होते हैं. इसमें ईंट, रेत, फिक्स्चर, सीमेंट, स्टील इत्यादि ज्यादा खराब क्वालिटी के नहीं होते हैं.
इस कैटेगरी में सामग्रियों का इस्तेमाल करके यदि आप 1000 स्क्वायर फुट जगह पर घर का निर्माण करवाते हैं तो इस स्थिति में आप को कम से कम लगभग ₹1000000 से लेकर के ₹1500000 तक का खर्चा सकता है.
A कैटेगरी –
इस कैटेगरी में जो भी सामान इस्तेमाल में लाए जाते हैं वह बड़े ज्यादा प्रीमियम क्वालिटी के होते हैं. जिसके कारण से इसकी लागत भी काफी ज्यादा हो जाती है.
इसमें हाई क्वालिटी वाले ईंट, रेत, फिक्स्चर, सीमेंट, स्टील इत्यादि का प्रयोग किया जाता है. इस कैटेगरी में घर बनाने की लागत लगभग ₹1500000 से लेकर के ₹2500000 तक की आ सकती है.
इश बातों का भी खास ख्याल रखें
यदि आप स्वयं का घर बनाना चाहते हैं तो फिर आपको निम्न बातों का भी खास ख्याल रखना पड़ेगा
- ठेकेदार के द्वारा बताई जाने वाली कीमत
- मजदूरों पर खर्च की जाने वाली दिहाड़ी मजदूरी
- घर बनाने में लगने वाले सामान के ट्रांसपोर्टर का भी खर्च
- मटेरियल की कीमतों में उतार-चढ़ाव बना रहता है
- किसी प्राकृतिक आपदा के कारण खर्च का बढ़ना
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आप सभी लोगों के समक्ष गृह निर्माण कार्य से संबंधित बहुत से आवश्यक तर्क प्रस्तुत किए हैं. हमें आशा है कि हमारे द्वारा प्रदान की गई यह सभी जानकारियां हैं आपको लाभान्वित करने हेतु पर्याप्त होंगी.