राशन कार्ड योजना हमारे देश में केंद्र सरकार के द्वारा चलाई गई एक बहुत ही ज्यादा प्रशंसनीय योजना है. इस योजना के अंतर्गत आने वाले सभी लाभार्थियों को सरकार बाजार में उपस्थित मूल्य दरों की तुलना में कम मूल्य दरों में राशन हर महीने प्रदान करती है.
किंतु जितना अधिक इस योजना का विस्तृत लाभार्थी क्षेत्र है, उतने ही अधिक इस में परिवर्तन और नियम लागू किए जाते हैं. आज के इस पोस्ट में आप सभी लोगों को इस से संबंधित प्रत्येक जानकारी की प्राप्ति होगी.
इसके अतिरिक्त राशन कार्ड योजना क्या है? इस योजना के तहत किन्हें लाभान्वित किया जाता है? तथा कितने प्रकार के राशन कार्ड है? इससे संबंधित जानकारी की प्राप्ति भी आज के हमारे इस पोस्ट के जरिए आप सभी को हो जाएगी.
राशन कार्ड योजना से जुड़ी नई अपडेट
यदि आप ही भारतीय सरकार के द्वारा प्रारंभ की गई राशन कार्ड योजना का लाभ उठा रहे हैं. तो फिर यह खबर शायद आपको कष्ट प्रदान कर सकती है.
केंद्र सरकार की ओर से अप्रैल 2020 में प्रारंभ की गई पीएम गरीब कल्याण योजना (PMGKAY) 31 दिसंबर 2022 को समाप्त कर दी जाएगी. मोदी कैबिनेट की ओर से 28 सितंबर को इसकी तिथि 31 दिसंबर तक बढ़ा दी गई थी.
योजना के अंतर्गत 80 करोड़ लोगों को 5 किलो प्रति व्यक्ति के हिसाब से बिल्कुल मुफ्त में अनाज प्रदान किया जा रहा था. योजना की यह समयावधि पूर्ण होने के पश्चात भी फ्री राशन कार्ड योजना की सुविधा बंद नहीं की गई है.
नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद ने कहा
केंद्र सरकार के द्वारा इस योजना को और आगे बढ़ाए जाने की संभावनाएं थोड़ी कम है. इसकी इससे भी उम्मीद जताई जा सकती है, कि पिछले दिनों नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद्र ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना को बंद करने की बात कह दी थी.
उन्होंने यह भी कहा था कि सरकार को मुफ्त राशन योजना के लिए आवंटित अनाज को खुले बाजार में ही बेच देना चाहिए.
उन्होंने मीडिया से यह भी कह दिया था, कि आर्थिक गतिविधियां सामान्य होने पर PMGKAY जैसे योजना को जारी रखने का कोई औचित्य निर्णय नहीं होगा. इसी के साथ फ्री राशन स्कीम के नियमों में बड़ा फेरबदल हुवा है, जिसे आप यँहा देख सकते हैं.
घरेलू बाजार में गेहूं के मूल्य बढ़े
इन सबके अतिरिक्त रमेश चंद जी ने यह भी कहा था, कि योजना के लिए हर महीने के बेसिस पर आवंटित 4 मिलीयन टन चावल तथा गेहूं का प्रयोग महंगाई कम करने और आरबीआई पर दबाव कम करने के लिए किया जा सकता है.
आपको हम इस बात से भी अवगत करवा दे कि अक्टूबर के महीने में अनाज की मुद्रास्फीति 12.08% की हो गई थी. जो कि नवंबर के महीने में घटकर के 11.55% पर ही थी.
वहीं दूसरी तरफ घरेलू बाजार में गेहूं के मूल्य में भी तेजी साफ तौर से देखी जा सकती है. यदि जानकारों की मानें तो उनका यह कहना है कि नई फसल आने तक कीमतों में वृद्धि बनी रहने वाली है.
स्टॉक में गिरावट देखने को मिली
इस बढ़ती महंगाई के परिणाम स्वरूप तथा गेहूं के स्टॉक में कमी आने के कारणवश गेहूं की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिल सकती है. घरेलू बाजार में ही अप्रैल और मई के पश्चात गेहूं के मूल्यों में 50% तक की वृद्धि देखने को मिली है.
गोदामों में भी गेहूं का स्टॉक घटकर के 19 मिलियन टन पर जा पहुंचा है. ऐसे में यह संभावनाएं बड़ी ज्यादा प्रबल हो चुकी है, कि आने वाले समय में कीमतों में वृद्धि देखने को मिलेगी.
यह वृद्धि तभी जाकर के रुक सकती है, जब गोदाम में पुनः से नए स्टाफ को रखा जाना प्रारंभ हो जाएगा, अर्थात जब नई फसलें आ जाएंगी.
2020 का अप्रैल महीना
आपकी जानकारी के लिए हम आप को इस बात से अवगत करवा दें कि नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के अंतर्गत केंद्र सरकार हर महीने 80 करोड लोगों को 5 किलो तक का अनाज बिल्कुल मुफ्त में प्रदान करती है.
सरकार की तरफ से इस योजना को अप्रैल 2020 में ही लॉकडाउन के समय में प्रारंभ कर दिया गया था. योजना को मार्च 2022 में 6 महीने के लिए बढ़ा करके सितंबर तक कर दिया गया था.
किंतु अभी फिलहाल 31 दिसंबर तक लाभार्थियों को मुफ्त में राशन उपलब्ध करवाने का आदेश सरकार ने दिया है.
राशन कार्ड किन्हें मिलेंगे?
राशन कार्ड केंद्र सरकार के द्वारा प्रदान किया जाने वाला एक अत्यंत महत्वपूर्ण दस्तावेज इन दिनों बन चुका है. जो कि देश में रहने वाले मध्यवर्गीय परिवारों के साथ साथ निम्न वर्गीय परिवारों को भी प्रदान किया जाता है.
किसी एक परिवार में केवल और केवल एक ही राशन कार्ड उपलब्ध करवाया जा सकता है. उसमें परिवार के सभी सदस्यों को कवर कर दिया जाता है.
राशन कार्ड योजना के तहत प्रदान किया जाने वाला राशनकार्ड लाभार्थी को हर महीने काफी ज्यादा कम मूल्यों में अनाज उठाने हेतु सहायता प्रदान करता है. अब तक देश में रहने वाले लाखों लोगों को इस योजना का फायदा प्राप्त हो चुका है.
राशन कार्ड के प्रकार
जैसा कि हमने बताया कि राशन कार्ड योजना के तहत निम्न वर्गीय परिवारों के साथ-साथ मध्यवर्गीय परिवारों को भी कवर किया जाता है. इस वजह से इन दोनों के मध्य में भेद करने हेतु ही राशन कार्ड के प्रकार उत्पन्न किए गए हैं.
एक विशेष बात का स्मरण रहे कि राशन कार्ड लाभार्थियों को उनके आय के अनुरूप ही प्रदान किया जाता है.
एपीएल राशन कार्ड – यदि आप भी एपीएल राशन कार्ड बनवाना चाहते हैं, तो फिर आपको एक खास बात का विशेष ख्याल रखना है कि हमारे देश में एपीएल राशन कार्ड उन्हें ही प्रदान किया जाता है. जिनकी वार्षिक आय ₹10000 से अधिक नहीं होती है.
एपीएल राशन कार्ड हमारे देश में उन लोगों को प्रदान किया जाता है, जो अपना जीवन यापन गरीबी रेखा के ऊपर करते हैं. एपीएल राशन कार्ड के जरिए लाभार्थी महीने में 15 किलो तक का अनाज उठा सकता है, और इसमें चावल, गेहूं, शक्कर इत्यादि सम्मिलित होते हैं.
बीपीएल राशन कार्ड- यह राशन कार्ड हमारे देश में उन लोगों को प्रदान किया जाता है, जिनकी वार्षिक आय ₹1000 से अधिक की नहीं होती है, और वह अपना जीवन यापन गरीबी रेखा के नीचे करते हैं.
लोगों को राशन कार्ड योजना के तहत इस राशन कार्ड से 25 किलो तक का अनाज प्रदान किया जाता है. जिसमें चावल, गेहूं, शक्कर, तेल इत्यादि सम्मिलित होते हैं.
अंत्योदय राशन कार्ड- यह राशन कार्ड हमारे देश में प्रदान किए जाने वाला सर्वाधिक दुर्लभ राशन कार्ड में से एक है. यह केवल उन लोगों को ही प्रदान किया जाता है, जिनके पास आय का कोई स्रोत ही नहीं होता है.
इस राशन कार्ड के जरिए लाभार्थी महीने में 35 किलो तक का अनाज बिलकुल आसानी से प्राप्त कर सकता है. इसमें गेहूं, चावल, शक्कर, तेल इत्यादि सम्मिलित होते हैं.
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आप सभी लोगों के समक्ष राशन कार्ड योजना से संबंधित जानकारियां उपलब्ध कराई है. हमें आशा है कि हमारे द्वारा प्रदान की गई यह सभी जानकारियां आप को लाभान्वित करेंगी.