बढ़ रही गर्मियों को मध्य नजर रखते हुए प्रत्येक राज्य सरकार ने अपने-अपने राज्य में प्रदान की जाने वाली छुट्टियों में वृद्धि करने का निर्णय ले लिया है।
ऐसे में किस राज्य के छात्रों को कितनी लंबी छुट्टी मिली है? इस पर विचार करना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त गर्मीयों की छुट्टी क्यों दी जाती है? इस पर भी विस्तार पूर्वक चर्चा करना आवश्यक है।
आज के इस पोस्ट में हम प्रत्येक राज्य में प्रदान की जाने वाली गर्मी छुट्टी की समय अवधि पर विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे।
इसके अतिरिक्त यह जानने का प्रयास करेंगे कि आखिर छात्र-छात्राओं को यदि गर्मियों की छुट्टियां ना दी जाए, तो इससे उनके स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
शुरू हो चुकी है प्लानिंग
कुछ तो अपने रिश्तेदारों के यहां जाना पसंद करते हैं वही कुछ अपने दोस्तों के यहां जाने को प्राथमिकता देते हैं। वहीं कुछ ऐसे लोग भी होते हैं, जो कि पर्यटन स्थल में जाने के आदी होते हैं।
ऐसे में हम आप को इस बात से अवगत करवा दें कि इन सभी प्लानिंग को करने से पूर्व इस विषय में जान लेना जरूरी होता है कि विद्यालयों में छात्रों को किस प्रकार से छुट्टियां प्रदान की गई है?
क्या हुआ यदि छुट्टियां प्रदान ना की जाए?
वैसे तो छात्र छात्राओं को फिर वह चाहे विद्यालय के छात्र-छात्रा हो या फिर कॉलेज के, प्रदान किए जाने वाले सभी छुट्टियों में सर्वाधिक लंबी छुट्टी गर्मियों की होती है।
गर्मियों की छुट्टियां सामान्यता 20 दिनों से लेकर के 1 महीने तक की होती है। किंतु कभी ना कभी यह प्रश्न भी लोगों के मन मस्तिष्क में अवश्य ही आया होगा कि अगर छात्रों को गर्मियों की छुट्टियों प्रदान ना किया जाए, तो क्या होगा?
हम आपको बता दें कि यदि छात्रों को गर्मियों की छुट्टियों उपलब्ध नहीं करवाई जाए, तो फिर उनके स्वास्थ्य पर इसका बुरा प्रभाव देखने को मिल सकता है।
तात्पर्य यह है कि गर्मियों के मौसम में काफी ज्यादा कडी धूप होती है, जिसके परिणाम स्वरूप लू लगना तथा अन्य स्वास्थ्य संबंधित समस्या उत्पन्न हो सकती है।
इन्हीं स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से बचने हेतु ही छात्र-छात्राओं को गर्मियों की छुट्टियां उपलब्ध करवाई जाती है।
हालांकि इस समयावधि में भी छात्रों से अक्सर यही बात कही जाती है, कि वह दोपहर में घरों से बाहर ना निकले। क्योंकि दोपहर के समय में ही गर्मी के दिनों में सर्वाधिक तापमान होता है।
किस राज्य में कितनी छुट्टी?
वैसे तो विद्यालयों में जो ग्रीष्मकालीन छुट्टियां उपलब्ध करवाई जाती है, वह राज्य सरकार के द्वारा निर्धारित की गई होती है। प्रत्येक राज्य सरकार अपने अनुरूप छात्रों को ग्रीष्मकालीन छुट्टियां उपलब्ध करवाती है।
ऐसे में कुछ राज्यों के विषय में हमने जानकारी इस पोस्ट में उपलब्ध कराई जिससे आपको इस विषय में जानकारी प्राप्त होगी कि किस राज्य में कितने दिनों की छुट्टी प्रदान की है?
तमिलनाडु – तमिलनाडु राज्य के कुछ क्षेत्रों में अभी वर्तमान में तापमान लगभग 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास था।
वही इससे कुछ दिवस पूर्व शुक्रवार के दिन 16 जून 2023 को इन क्षेत्रों में लगभग 45.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था।
तमिलनाडु और छत्तीसगढ़
तमिलनाडु में प्रदान की गई ग्रीष्मकालीन छुट्टियां 19 जून 2023 को समाप्त होने को थी। किंतु इस असहनीय गर्मी को देखते हुए 21 जून 2023 तक विद्यालय बंद रखे गए।
छत्तीसगढ़ – छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी अभी हाल फिलहाल अपने राज्य में प्रदान की गई ग्रीष्मकालीन छुट्टियों में इजाफा किया है।
राज्य के सरकारी तथा प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को प्रदान की गई, जिसमें छुट्टियों की समाप्ति 15 जून 2023 को होनी थी। जिसको बढ़ा करके 26 जून कर दिया गया था।
अतः छात्र-छात्राओं को 27 जून 2023 से स्कूल जाना पड़ा। विद्यालय प्रारंभ होने के साथ ही नए शिक्षा सत्र 2023-24 को भी प्रारंभ कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश – उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने अपने राज्य क्षेत्र में हिटलर के परिणाम स्वरूप ग्रीष्मकालीन अवकाश को बढ़ाने का निर्णय ले लिया।
जहां पर उत्तर प्रदेश राज्य में सरकारी तथा प्राइवेट स्कूल 15 जून 2023 को खुले वाले थे। वहीं अब हीटवेव को मध्य नजर रखते हुए, उत्तर प्रदेश राज्य के सभी सरकारी तथा प्राइवेट स्कूल 27 जून 2023 तक बंद रहेंगे।
बिहार – बिहार में गर्मी का प्रकोप प्रत्येक व्यक्ति सह रहा है। जिस वजह से सभी सरकारी तथा प्राइवेट स्कूल की छुट्टियों में भी वृद्धि की गई है। जहां पर बिहार राज्य के सभी प्राइवेट तथा सरकारी विद्यालयों को 21 जून 2023 को खोलना था। अब वह 25 जून 2023 को खुलेंगे।
झारखंड – झारखंड राज्य में प्रत्येक सरकारी तथा प्राइवेट विद्यालयों को 19 जून को खोल दिया गया था। किंतु भीषण गर्मी को देखते हुए इस समयावधि को आखिर में बढ़ा दिया गया। अर्थात 21 जून 2023 को सभी विद्यालयों को खोल दिया जाएगा।
रंग में भंग
छात्र-छात्राओं के समक्ष जब भी छुट्टियों की बात की जाती है, तो उनके मुख पर एक सुनहरी मुस्कान उभर आती है। यह मुस्कान सर्वाधिक स्पष्ट रूप से छोटे बच्चों के मुख पर देखी जा सकती है।
जो कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के छात्र-छात्राएं है। हालांकि मजेदार माहौल में होमवर्क और असाइनमेंट भी एक अलग ही सिर दर्द होते हैं।
सभी छात्र छात्राओं को गर्मियों की छुट्टियों में दिए जाने वाले होमवर्क और असाइनमेंट से काफी ज्यादा चिड़ होती है। हालांकि काफी सारे ऐसे छात्र भी है,
जो इस समय का पूरा मजा उठाते हैं। वही छुट्टियां समाप्त होने के दौरान जल्दी-जल्दी सारे होमवर्क असाइनमेंट को कंप्लीट करते हैं।
मानसून की पहली बौछार से मिली राहत
अभी पिछले 2 से 4 दिनों में देश के काफी सारे क्षेत्रों में मानसून की पहली बौछार से गर्मी में थोड़ी सी राहत प्राप्त हुई है।
मानसून के आने के बाद परिणाम स्वरूप गर्मी से लोगों को थोड़ी राहत मिलना प्रारंभ हो चुकी है। इसके अतिरिक्त गर्मी कम होने के परिणाम स्वरूप बिजली की मांग में भी काफी ज्यादा गिरावट देखने को मिली है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि इस महीने तक संपूर्ण देश में मानसून के प्रभाव को स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा।
निष्कर्ष
आज के इस पोस्ट में हमने आप सभी लोगों के समक्ष छात्रों को प्रदान की जाने वाली गर्मियों की छुट्टियों के विषय में सारी संक्षिप्त जानकारियां उल्लेखित की है। हमें आशा है कि हमारा यह प्रयास आपके लिए हीतकारी सिद्ध होगा।