इन दिनों युवाओं में व्यवसाय के प्रति अधिक रुझान देखने को मिल रहा है, जो कि एक शुभ संकेत भी है। हमारे देश की जनसंख्या समय के साथ बढ़ती चली जा रही है।
ऐसे में पर्याप्त मात्रा में रोजगार अवसर न होने के चलते शिक्षित युवा तथा युवतियों को बेरोजगारी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके समाधान हेतु काफी सारी निजी संस्थानों के साथ-साथ सरकार भी क्रियाशील है।
इसके जरिए समाज में सकारात्मक परिवर्तन भी आ रहा है। वहीं अगर हम दूसरी और नजर डाले तो हम पाते हैं कि कुछ युवा तथा युवति भी स्वयं के साथ बिजनेस को आतुर हैं।
व्यवसाय एक, बेहतर विकल्प
भले ही नौकरी में व्यक्तियों को सिक्योरिटी की प्राप्ति होती है। अगर बात की जाए व्यवसाय की तो यह एक बेहतर विकल्प होता है। क्योंकि इसमें भले ही सिक्योरिटी नहीं है। किंतु प्राप्त होने वाला आय पूर्ण रुप से असुनिश्चित होता है।
उदाहरण के लिए यदि कोई व्यक्ति किसी कंपनी में नौकरी करना है, तो उसको हर महीने एक निश्चित धनराशि वेतन के रूप में प्रदान की जाएगी। लेकिन अगर कोई व्यक्ति व्यवसाय कर रहा है, तो उसकी आय सुनिश्चित नहीं होती है।
बिजनेस की एक सर्वाधिक आवश्यक और आकर्षक बात तो यही है कि इसमें प्राप्त होने वाला मुनाफा असुनिश्चित होता है और इसमें जो मुनाफा प्राप्त होता है। उसमें पूरा का पूरा स्वामी का अधिकार होता है।
साइबर कैफे का बिजनेस
यदि आप साइबरकैफे का बिजनेस करते हैं, तो फिर इससे आपको काफी अधिक मुनाफे की प्राप्ति होगी। क्योंकि इन दिनों अधिकतर चीज से ऑनलाइन माध्यम से ही की जाती है।
ऐसे में काफी सारे ऐसे लोग होते हैं। जिन्हें ऑनलाइन माध्यम के द्वारा किए जाने वाले कार्यों के विषय में जानकारी नहीं होती है। ऐसे में नजदीकी किसी भी साइबर कैफे में जाकर के इन कामों को करवाते हैं।
ऐसे में अगर आप भी साइबरकैफे खोल लेते हैं, तो फिर निसंदेह रूप से महीने के ₹40000 से ₹50000 तो आसानी से आपको मिल ही जाएंगे। किंतु इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आवेदक के पास अच्छी खासी नॉलेज होनी चाहिए।
साइबर कैफे में क्या-क्या काम होते हैं?
यदि बात की जाए साइबरकैफे की तो यहां पर इंटरनेट से संबंधित काफी सारी चीजें होती है। आपको बता दें कि साइबर कैफे की सहायता से लोग ऑनलाइन माध्यम से पैन कार्ड बनवाते हैं, स्कॉलरशिप हेतु अप्लाई करते हैं, सरकारी नौकरियों की जॉब हेतु आवेदन करते हैं, पैसे का ट्रांसफर करते हैं।
ऐसे में यदि आप सोच रहे हैं कि यह सारे काम कोई भी कर सकता है, तो ऐसा नहीं है। इसके लिए काफी अच्छी खासी कंप्यूटर और इंटरनेट की नॉलेज होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त एक सिस्टम और प्रिंटर भी होना चाहिए।
यदि आप अपनी दुकान खोल देते हैं, तो फिर आपके आसपास के क्षेत्र के युवा और बालक आपकी दुकान पर आएंगे। क्योंकि इन दिनों आधार कार्ड संबंधित, पैन कार्ड संबंधित, जन्म प्रमाण पत्र संबंधित, आय प्रमाण पत्र संबंधित, आयु प्रमाण पत्र संबंधित समस्या लोगों को होती रहती है।
जिस से संबंधित आवेदन तथा जानकारी प्राप्ति हेतु लोग अक्सर साइबर कैफे में आते हैं। अगर आपके दुकान में रोजाना 10 लोग भी आधार कार्ड संबंधित समस्याओं को लेकर के आता है, तो फिर आप आसानी से दिन का ₹1000 तो कमा ही सकते हैं।
इन बातों का ख्याल रखें
अक्सर कुछ ऐसे बिजनेस होते हैं, जो कि गलत जगह पर शुरू किए जाने पर अथवा क्षेत्र विशेष की आवश्यकता के विपरीत व्यवसाय प्रारंभ किए जाने पर भी नुकसान की चपेट में आ जाते है।
ऐसे में यदि आप साइबरकैफे का बिजनेस करना चाहते हैं, तो फिर आपको कुछ विशेष बातों का ख्याल रखना होगा। सबसे पहले तो आप को इस बिजनेस को शुरू करने हेतु एक सिस्टम खरीदना होगा और इसके साथ ही साथ एक प्रिंटर भी खरीदना होगा।
आपको अपनी दुकान को ऐसे क्षेत्रों पर खोलना होगा। जहां पर छात्रों का आवागमन नियमित रूप से होता हो या फिर ब्लॉक अथवा सरकारी कार्यालय के निकट यदि आप अपना साइबर कैफे खोलते हैं, तो फिर आपके दुकान में सदस्यों का आना-जाना बना ही रहेगा।
लागत से अधिक होगा मुनाफा
यदि आप साइबर कैफे का बिजनेस शुरू करते हैं, तो फिर आपको मुश्किल से ₹30000 से लेकर के ₹40000 की लागत पड़ सकती है। इसमें आप रूम का किराया और सिस्टम भी खरीद सकते हैं।
इसके अलावा अगर बात की जाए आय की तो इस बिज़नेस में बेहद ही आसानी से महीने के ₹30000 से ₹40000 तो मिल ही जाते हैं। ऐसे में आप देख सकते हैं कि केवल 1 महीने में ही लागत वापस प्राप्त हो जाती है।
इसके पश्चात अगले महीने से होने वाला मुनाफा आपका अपना हो जाएगा। 1 महीने की आय से तो आप सबसे पहले इस बिजनेस में लगे लागत को चुकता कर सकते हैं। उसके पश्चात होने वाला मुनाफा सिर्फ और सिर्फ आपका होगा।
बिजनेस बेहतर है या नौकरी?
यदि बात की जाए बिजनेस और नौकरी पेशे के मध्य के अंतर की तो इस विषय में कह पाना काफी ज्यादा कठिन है, कि दोनों में सर्वोत्तम कौन है? क्योंकि दोनों ही अपने-अपने स्थान पर बहुत अच्छे विकल्प हैं।
इस वजह से हम केवल कुछ अंतर आपके समक्ष प्रस्तुत कर दे रहे हैं। जिसके माध्यम से आप इस विषय में समझ पाएंगे कि कौन बेहतर है? सबसे पहले तो नौकरी पेशे में नियमितता होती है। सुबह 9:00 बजे से लेकर के शाम 4:00 बजे तक काम करना होता है, और संडे को छुट्टी और विकेन्ट पर भी छुट्टी का आनंद मिलता है।
अगर बात की जाए स्टार्टअप बिजनेस की तो इसमें मुख्य रूप से छुट्टी का कोई प्रावधान नहीं होता है। इस वजह से इसमें नियमित रूप में काम करते रहना होता है। नौकरी पेशी को महीने के अंत में आर्थिक सहायता उनके कार्य के अनुरूप प्रदान कर दी जाती है। जिसे वेतन के नाम से जाना जाता है।
अगर बात की जाए व्यवसाय की तो इसमें होने वाला आय सुनिश्चित नहीं होता है। व्यवसाय की यही सर्वाधिक आकर्षक बात है, जो प्रत्येक व्यक्ति को अपनी ओर खींचती है।
निष्कर्ष
आज के इस पोस्ट में हमने आप सभी लोगों के समक्ष एक ऐसे बिजनेस आइडिया के विषय में सारी आवश्यक जानकारियां साझा की है, जो कि महीने के ₹40000 तक की कमाई करके दे सकता है। हमें आशा है, कि हमारा यह प्रयास आपको निसंदेह रूप से पसंद आया होगा।