Monsoon Update आईएमडी ने एक बयान जारी किया है, जिसमें दिलाया गया है कि 25 सितंबर 2023 को दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के कुछ हिस्सों में मानसून की वापसी दर्जनी से हो गई है, जबकि सामान्यत: दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में मानसून की वापसी की आम तारीख 17 सितंबर होती है। इस साल, भारत में मानसूनी मौसम सीजन में औसत से कम वर्षा दर्ज की गई है, और अबतक 780.3 मिमी वर्षा हुई है, जबकि सामान्यत: वर्षा की मात्रा 832.4 मिमी होती है।
इस साल, भारत के कई भागों में दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून के कारण अच्छी बरसात हुई है। वहीं, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अब मॉनसून की वापसी की शुरुआत का सूचना दी है। आईएमडी ने इसके संबंध में एक बयान जारी किया है।
कुछ हिस्सों से लौटा मानसून Monsoon Update
- आईएमडी ने जारी किया बयान: 25 सितंबर, 2023 को दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में मानसून की वापसी।
- इस वापसी की तारीख असामान्य: सामान्य तारीख से 8 दिन देरी का बयान जारी किया गया।
- मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 17 सितंबर को वापसी की आम तारीख थी।
- इस दिन के बाद होने वाली बारिश की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
- मानसून के विचार में असमान्य परिवर्तन ने आईएमडी को चिंतित किया है।
- इस परिवर्तन के पीछे के कारणों का अध्ययन किया जा रहा है ताकि मौसम के पूर्वानुमान में सुधार किया जा सके।
13वीं बार देरी से हो रही वापसी
- इस साल में मानसून बारिश अपने समय से 13वीं बार देरी से वापसी कर रहा है.
- मानसून की देरी वापसी का मतलब है किसी क्षेत्र में लंबे समय तक बारिश.
- लंबे समय तक बारिश का मौसम कृषि उत्पादन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है.
- उत्तर पश्चिम भारत में मानसून बारिश रबी फसलों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है.
- इस देरी वापसी के कारण किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
- सही समय पर बारिश का होना किसानों के जीवन के लिए आवश्यक है.
- सरकार को बारिश के अनियमित पैटर्न के साथ संवेदनशील होने की जरूरत है.
- कृषि क्षेत्र में मानसून की पर्याप्त बारिश से उत्पादन में वृद्धि होती है।
15 अक्टूबर तक लौट जाता है मानसून Monsoon Update
सामान्यतया, दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून को केरल में अपनी प्रारंभिक दिशा में बढ़ना शुरू करता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को आवरण कर लेता है। इसके बाद, यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटने लगता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस जाता है।
अब तक कितनी हुई बारिश? Monsoon Update
इस साल भारत में मानसूनी सीजन में औसत से कम बारिश का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है, जबकि आधिकारिक डेटा के अनुसार अबतक 780.3 मिमी बारिश हुई है, जबकि सामान्य में इस समय तक 832.4 मिमी की वर्षा होती है। आमतौर पर, चार महीने के मानसूनी सीजन के दौरान देश में औसतन 870 मिमी की वर्षा होती है। यहाँ तक कि जून से सितंबर के महीनों के दौरान 94 प्रतिशत से लेकर 106 प्रतिशत की वर्षा को सामान्य माना जाता है।
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