CG Politics: छत्तीसगढ़ में चर्चा में हैं विष्णुदेव साय, रेणुका सिंह, रमन सिंह, गोमती साय, अरुण साव, और ओपी चौधरी के नामों की। भाजपा ने मुख्यमंत्री चयन के लिए पर्यवेक्षकों को नियुक्ति की है। तीनों नेता रायपुर पहुंचेंगे और विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री का ऐलान हो सकता है। विष्णुदेव साय और रेणुका सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं। रमन सिंह गोमती साय, अरुण साव, और ओपी चौधरी भी चर्चा में हैं। भाजपा ने मुख्यमंत्री चयन के लिए पर्यवेक्षकों को नियुक्ति की है। नेता रायपुर पहुंचेंगे और विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री का ऐलान हो सकता है।
CG Politics -आज रायपुर पहुंचेगा तीन सदस्यीय दल
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के चेहरे की तस्वीर अब तक स्पष्ट नहीं है। भाजपा ने मुख्यमंत्री चयन के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। नियुक्ति में शामिल हैं अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल, और दुष्यंत कुमार गौतम। तीनों नेता रायपुर पहुंचेंगे और 10 दिसंबर को नये मुख्यमंत्री का ऐलान हो सकता है। इन नेताओं में से कई विभागों के मंत्री भी हैं। विधायक दल की बैठक के बाद होगा मुख्यमंत्री का चयन। अभी तक का तस्वीर साफ नहीं होने से सियासी उत्सुकता बनी हुई है। नए मुख्यमंत्री का चयन रविवार को हो सकता है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भी नियुक्ति में शामिल हैं। पर्यवेक्षकों ने अपनी सिफारिशों को लेकर चयन की प्रक्रिया शुरू की है।
7th Pay Commission: भुगतान की मांग को लेकर FDCM कर्मचारियों ने रोका काम, जानें पूरा मामला
CG Politics -इन नामों की चर्चा हो रही खूब
- छत्तीसगढ़ में चर्चा में हैं: विष्णुदेव साय, रेणुका सिंह, डॉ. रमन सिंह, गोमती साय, अरुण साव, और ओपी चौधरी।
- इनके अलावा, रमेश बैस और डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना भी हैं।
- महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस का नाम भी चर्चा में है।
- आरएसएस से जुड़े नेता डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना भी दौड़ में शामिल हो गए हैं।
- ये सभी नेता सीएम की दौड़ में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
- छत्तीसगढ़ की राजनीति में इनका योगदान सामाजिक चर्चा में है।
DA Hike: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता में हुई बढ़ोतरी, इतना परसेंट मिलेगा महंगाई भत्ता
जानें कौन चुनेंगे हमारा मुख्यमंत्री
अर्जुंन मुंडा-
- अर्जुन मुंडा, केंद्र सरकार के जनजातीय मंत्री हैं।
- झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
- उनका नाम युवा मुख्यमंत्री बनने का रिकार्ड है।
- 2003 में 35 वर्ष की आयु में मुख्यमंत्री बने थे।
- इन्होंने जनजातियों के कल्याण के लिए कई पहलुओं पर काम किया है।
- उनकी सेवाएं नेतृत्व और योजनाओं में प्रमुख हैं।
सर्वानंद सोनोवाल–
- केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी, जलमार्ग, और आयुष मंत्री हैं सर्वानंद सोनोवाल।
- उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री भी बनाया गया था असम में।
- उन्हें पूर्वोत्तर में भाजपा सरकार बनाने का कार्य दिया गया है।
- 2012 और 2014 में दो बार असम भाजपा के अध्यक्ष रहे हैं।
- 2014 में वे लखीमपुर से लोकसभा के चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार थे।
- सोनोवाल को केंद्र में बंदरगाह, जहाजरानी, जलमार्ग और आयुष मंत्री का दायित्व है।
दुष्यंत कुमार गौतम–
- भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार को पार्टी ने पर्यवेक्षक का कार्य सौंपा है।
- वह हरियाणा से राज्यसभा सांसद भी हैं।
- उनके पास राजनीतिक और संगठनात्मक अनुभव है।
- दुष्यंत गौतम दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी भाग लेचुके हैं।
- वह तीन बार भाजपा अनुसूचित मोर्चा के अध्यक्ष रहे हैं।
- उनके नेतृत्व में भाजपा ने उन्हें राजनीतिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका दी है।
8th Pay Commission पर आया नया अपडेट, अगले साल केंद्रीय कर्मचारियों को मिलने वाली है खुशखबरी!
ऐसे करेंगे मुख्यमंत्री का चयन
मुख्यमंत्री का नाम लेकर पर्यवेक्षक रायपुर आएंगे। विधायक दल की बैठक में वे विधायकों की राय लेंगे। जिसके पक्ष में ज्यादा विधायक होंगे उसका नाम मुख्यमंत्री के लिए ऐलान कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि भाजपा को प्रदेश की 90 सदस्यीय विधानसभा में से 54, कांग्रेस को 35 और एक सीट गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के खाते में गई है।
हमारे ग्रुप से जुड़े | Click Here |
आधिकारिक वेबसाइट | Click Here |
Disclaimer :- हम जानते हैं कि सोशल मीडिया पर बहुत सी ऐसी ख़बरें वायरल होती हैं, इसलिए हम सभी को सतर्क रहने की सलाह देते हैं ! हम चाहते हैं कि आप आधिकारिक स्रोतों से जाँच करें और ख़बर की सटीकता को सुनिश्चित करें, क्योंकि यहाँ दी गई जानकारी के लिए “wdeeh.com” कोई ज़िम्मेदारी नहीं स्वीकार करता है!