UP Board Result 2023 Kab Aayega: जानें कब आयेगा यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का रिजल्ट?

UP Board Result 2023 Kab Aayega: जानें कब आयेगा यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का रिजल्ट?

छात्र जीवन में केवल दो ही ऐसी परिस्थितियां तथा अवसर होते हैं, जो सबसे अधिक डरावने तथा उत्सुकता पूर्ण होते हैं। सर्वप्रथम तो परीक्षाएं तथा दूसरा परीक्षा के परिणाम।

यदि आप भी उन छात्रों में सम्मिलित है, जिन्होंने इस वर्ष यूपी बोर्ड परीक्षा दे दी है किंतु प्रतीक्षा कर रहे हैं कि कब परीक्षा परिणामों को जारी किया जाएगा। तो आप एक दम उचित स्थान पर आए हैं। 

आज के इस पोस्ट में हम सभी लोग यूपी बोर्ड परीक्षा 2023 से संबंधित सारे आवश्यक तथ्यों पर विस्तार पूर्वक विचार विमर्श करने वाले हैं।

बदले हुए पैटर्न में हुई इस बार की परीक्षा

इस बार यूपी बोर्ड परीक्षाएं एक अलग ही पैटर्न में हुई थी। यूपी बोर्ड ने इस बार 20 अंक के बहुविकल्पीय प्रश्न सभी छात्रों से पूछे। उसके पश्चात उन्हें थ्योरी क्वेश्चन पेपर को भी सोल्व करने के लिए दिया गया था।

हालांकि यहां तक सब कुछ उचित रहा। किंतु जैसे ही इस विषय में जानकारी प्राप्त हुई कि 20 अंक के जो सवाल पूछे जाएंगे उसका उत्तर ओएमआर शीट में दिया जाना है, तो फिर सभी छात्र अत्यंत चिंतित हो चुके थे।

ओएमआर शीट में उत्तर देना बिल्कुल भी सरल नहीं है। ओएमआर शीट में छात्रों को किसी एक उत्तर के गोल घेरे को रंगना होता है।

यदि वह गलती से दो गोल घेरे को रंग देते हैं, अथवा किसी को अच्छे से नहीं रगंते हैं, तो इस स्थिति में उनके उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य में बहुत ही अधिक समस्या होगी।

कैसे होगा ओएमआर शीट का मूल्यांक?

वैसे तो यूपी बोर्ड में इस बार ओएमआर शीट पर क्वेश्चन पूछे गए थे। हालांकि ओएमआर शीट का मूल्यांकन कार्य किसी परीक्षक अथवा शिक्षक के द्वारा नहीं होता है।

ओएमआर सीट का मूल्यांकन कार्य स्कैनिंग मशीन तथा कंप्यूटर के द्वारा होता है। ऐसे में ओएमआर शीट में थोड़ी सी भी त्रुटि हो जाती है, तो फिर मशीन स्कैन करने से इंकार कर देती है और इस प्रकार से छात्र का रिजल्ट पेंडिंग पड़ सकता है।

यही कारण है कि छात्र इतने अधिक चिंतित है। किंतु थोड़ी सी प्रैक्टिस तथा सतर्कता के द्वारा इस त्रुटि से बचा जा सकता था और काफी सारे छात्रों ने इस परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन भी किया।

प्रशिक्षण कार्य हो चुका समाप्त

यूपी बोर्ड में इस बार की परीक्षाएं 16 फरवरी 2023 से लेकर 4 मार्च 2023 तक आयोजित रखी गई थी। तत्पश्चात उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य प्रारंभ किया जाना था।

लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य से पूर्व सभी शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्य होना भी आवश्यक है। जिससे कि  उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य अच्छे से किया जा सके।

12 मार्च 2023 से 200 शिक्षकों से भी अधिक शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्य प्रारंभ हुआ तथा 17 मार्च 2023 तक यह कार्य समाप्त हो चुका और 18 मार्च 2023 से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन भी प्रारंभ कर दिया गया जो अभी भी जारी है।

इस बार कॉन्पिटिशन है तगड़ा 

यूपी बोर्ड परीक्षा काफी ज्यादा कठिन सिद्ध हुई थी। क्योंकि इस परीक्षा में पास होने के लिए पासिंग मार्क्स तो निर्धारित किए गए हैं।

किंतु टॉप करना काफी ज्यादा कठिन है क्योंकि इस बार की बोर्ड परीक्षा में 5800000 छात्र छात्र-छात्राएं सम्मिलित हुए थे।

जिसमें से लगभग लगभग 31,16,487 विद्यार्थियों ने दसवीं की कक्षा तथा 27,69,258 छात्र-छात्राओं में 12वीं कक्षा से रजिस्ट्रेशन करवाया था। 

छात्रों को परीक्षा देते हुए कोई समस्या ना हो इस लिए 8752 परीक्षा केंद्रों की नियुक्ति की गई थी। जिससे कि आप अनुमान लगा सकते हैं कि यूपी बोर्ड में इस वर्ष टॉप करना कितना अधिक कठिन है?

मूल्यांकन कार्य जारी है

यूपी बोर्ड के द्वारा परीक्षा आयोजित करवाई जा चुकी है। किंतु अब उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य भी काफी ज्यादा जोरों शोरों से चल रहा है।

आपको बता दें कि उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य में भी किसी भी तरह से लापरवाही नहीं बरती जा रही है।

यूपी बोर्ड के द्वारा जिस प्रकार से परीक्षा के लिए पूर्णता सख्त प्रबंध किए गए थे। उसी प्रकार से उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य में भी पूर्णता सख्ती रखी गई है।

ऐसे में जिन भी छात्रों के मन मस्तिष्क में यह सवाल है कि इतने सारे छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं में मूल्यांकन कार्य के वजह से कहीं उनके उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य गलत तरीके से तो ना हो जाए, तो ऐसा नहीं होगा।

निम्न तथ्य आपको संतुष्टि प्रदान करेंगे

जाहिर सी बात है, मीडिया रिपोर्ट के द्वारा बहुत सारी ऐसी जानकारियां प्रस्तुत की जाती है। जिन पर भरोसा कर पाना थोड़ा कठिन होता है।

किंतु निम्न तथ्यों को पढ़ने के पश्चात आपको इस बात की पूर्णता सुनिश्चितता प्राप्त हो जाएगी की इस बार की बोर्ड परीक्षाओं के परिणामों को जारी करने में किसी प्रकार की भी कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।

हाई स्कूल के शिक्षकों को हर दिन 45 उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन करने के लिए दी जाती है। वही इंटरमीडिएट के शिक्षकों को हर दिन 50 उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन कार्य हेतु दी जाती है।

उत्तर प्रदेश में 200 से भी अधिक केंद्रों को नियुक्त किया गया है। जिसे के मूल्यांकन कार्य सुचारु रुप से किया जा सके।

जिन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य हो रहा है। उन केंद्रों के 100 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू कर दी गई है।

जिस केंद्र में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य हो रहा है। वहां पर सीसीटीवी कैमरास लगे हुए हैं।

जिससे कि संबंधित अधिकारी उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य का जायजा अपने दफ्तर से ही ले सकें।

उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य समाप्त होने के पश्चात सभी उत्तर पुस्तिकाओं को एक स्थान पर रखा जाता है।

तत्पश्चात संबंधित अधिकारीयों के द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं की रेंडम चेकिंग करते हैं। जिससे कि इसकी सुनिश्चितता प्राप्त की जा सके की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य सुचारु रुप से हो रहा है!

सुबह 10:00 बजे से लेकर के संध्या 5:00 तक उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य होता है। संध्या 5:00 से पूर्व कोई भी परीक्षक केंद्र को नहीं छोड़ सकता है।

इसके अतिरिक्त कोई भी परीक्षक संध्या 5:00 बजे के पश्चात केंद्र में रुक भी नहीं सकता है।

सभी शिक्षकों को यह सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वह कक्ष में प्रवेश करते से पूर्व मोबाइल फोन तथा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को बाहर ही रख ले।

निष्कर्ष

आज के इस पोस्ट में हमने आप सभी लोगों के समक्ष यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम से संबंधित सारी आवश्यक जानकारियां उल्लेखित की है। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य से जुड़े सारे आवश्यक तथ्यों के विषय में भी इस पोस्ट में हमने ब्यौरा प्रदान किया है।