केंद्रीय कर्मचारियों तथा पेंशन भोगियों के लिए एक अत्यंत आवश्यक खबर इन दिनों निकाल कर के आ रही है। आपको बता दें कि सरकार के द्वारा उनके हित में निर्णय लिए जाने की तैयारियां की जा रही है।
केंद्रीय कर्मचारियों के साथ-साथ पेंशन भोगी युवाओं के द्वारा भी DA के पैसों की प्रतीक्षा काफी ज्यादा लंबे समय से की जा रही है। इस पैसे की भी प्राप्ति कर्मचारियों को होने को है।
आज के इस पोस्ट में हम सभी लोग इसी से संबंधित सारे आवश्यक तथ्यों पर विस्तारपूर्वक चर्चा करेंगे। इसके अतिरिक्त केंद्रीय कर्मचारियों को और कौन-कौन सी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है? इस पर भी हम चर्चा करेंगे।
सरकारी नौकरी, सुविधाओं से लिप्त नौकरी
आजकल के युवाओं में सरकारी नौकरी की प्राप्ति हेतु ललक साफ तौर से देखी जा सकती है। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए यह सारे युवा जी तोड़ मेहनत करते हैं।
जिससे कि उन्हें सरकारी नौकरी की प्राप्ति हो सके। किंतु ऐसी कौन सी बात है? जो सरकारी नौकरी को इतनी अधिक खास बनाती है, जो युवा इसकी प्राप्ति हेतु दिन-रात बिना रुके मेहनत कर रहे हैं!
तो हम आप को इस बात से अवगत करवा दें कि सरकारी नौकरी में कर्मचारियों को काफी ज्यादा सुविधाओं की प्राप्ति होती है। उन्हें सर्वप्रथम तो जॉब सिक्योरिटी की सुविधा आकर्षित करती है।
इसके अतिरिक्त पेंशन, इपीएफ अकाउंट, ट्रैवलर्स एलाउंस, देअर्नेस एलाउंस आकर्षण का कार्य बनती है। ऐसे में भला ऐसा कौन सा युवा होगा, जो इन नौकरियों के पीछे इतनी मेहनत न करें!
महंगाई भत्ता क्या होता है?
सरकार के द्वारा केंद्रीय कर्मचारियों को महंगाई भत्ते की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। उपलब्ध कराई जाने वाली यह सुविधा प्रत्येक केंद्रीय कर्मचारी के लिए काफी ज्यादा महत्वपूर्ण हैं।
केंद्रीय कर्मचारियों को सरकार के द्वारा महंगाई भत्ते की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। हालांकि इस में महंगाई के अनुरूप परिवर्तन भी होता ही रहता है। सरकार के द्वारा केंद्रीय कर्मचारियों पर पड़ने वाली महंगाई की मार को कम करने हेतु ही मंगाई भर्ती की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।
वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग के अनुरूप ही आर्थिक सुविधाओं की प्राप्ति हो रही है।
सातवें वेतन आयोग की सिफारिश के मुताबिक अर्थात 1 जुलाई 2023 से केंद्र सरकार ने कर्मचारियों को दिए जाने वाले महंगाई भत्ते में 3% से लेकर के 4% तक की वृद्धि की जा सकती है।
कितने प्रतिशत की हुई वृद्धि?
यह बात ध्यान देने लायक है कि केंद्रीय कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग के मुताबिक अब फिलहाल तो 38% की दर से डीए प्रदान किया जा रहा है। किंतु इस में 4% की वृद्धि होती है, तो यह बढ़कर के 42% हो जाएगी।
इसके पश्चात ₹18000 मूल्य वेतन वालों को दिया जाने वाला वार्षिक महंगाई भत्ता बढ़कर के ₹90720 तक जा पहुंचेगा।
मौजूदा महंगाई भत्ते की यदि बात की जाए तो वेतन में ₹720 प्रति माह तथा ₹8640 सालाना की वृद्धि दर्शाई जाएगी।
वहीं जिन केंद्रीय कर्मचारियों का वेतन ₹56900 प्रतिमाह है। उन केंद्रीय कर्मचारियों को वेतन में ₹2276 प्रतिमाह के हिसाब से वृद्धि देखने को मिलेगी। अर्थात यदि सालाना आधार पर देखा जाए तो सैलरी में ₹27312 की वृद्धि होगी।
कितने लोगों को प्राप्त होगा फायदा?
लाखों कर्मचारियों तथा पेंशन भोगियों को इस परिवर्तन से लाभ की प्राप्ति होगी। हम आपको इस बात से अवगत करवा दे कि देश के लाखों कर्मचारी डीए की प्रतीक्षा बेसब्री से कर रहे हैं।
इससे 650000 केंद्रीय कर्मचारी तथा 460000 पेंशन भोगियों को फायदा प्राप्त होगा। उसके पश्चात 1 जुलाई 2023 को एक बार पुनः से केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में वृद्धि देखने को मिलेगी।
इस वृद्धि का फायदा केवल और केवल केंद्रीय कर्मचारी जो वर्तमान में भी कार्यरत है, को ही केवल प्राप्त नहीं होगा। जो कर्मचारी रिटायर हो चुके हैं, उन्हें पेंशन की प्राप्ति हो रही है, उन्हें भी इसका फायदा मिलेगा।
क्यों रोका गया था डीए?
वैसे तो केंद्रीय कर्मचारियों को डीए का फायदा नियमित रूप से प्राप्त हो रहा था। किंतु कोरोना महामारी के समय अवधि में इन्हें प्राप्त होने वाले डीए में रोक लगा दिया गया था।
किंतु कोरोना महामारी समाप्त होने के पश्चात भी प्राप्त होने वाले इस डीए को लाभार्थियों तक नहीं पहुंचाया गया। कोरोना महामारी के समय अवधि में अर्थात कुल 18 महीनों का डीए एरियर बकाया था।
तत्पश्चात केंद्रीय कर्मचारियों तथा पेंशन भोगियों ने काफी ज्यादा दबाव बनाया तत्पश्चात सुप्रीम कोर्ट ने इन के हित में निर्णय सुनाया और कहा कि सरकार उनके बकाया डीए एरियर को फ्रीज कर सकती है। किंतु रोक नहीं सकती है।
इसके पश्चात केंद्रीय कर्मचारियों को बकाया डीए एरियर का भुगतान 3 तीन किस्तों में करने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दीया।
बढ़ती महंगाई
अभी हाल में ही जनवरी में खुदरा डीए एरियर तीन महीनों के उच्चतम स्तर अर्थात 6.52% पर पहुंच गई थी। दूसरी ओर फरवरी के महीने में थोक महंगाई दर के आंकड़े यह बता रहे हैं कि महंगाई कुछ हद तक काबू में आई है।
जो की संतोषजनक स्तर से काफी ऊपर चला गया है। मुफ्त का मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति दिसंबर में 5.72% तथा जनवरी 2022 में 6.01% थी।
यदि बात की जाए खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति जनवरी में 5.94% थी। जो दिसंबर में 4.19% थी। यह आंकड़े बता रहे हैं कि खाने-पीने की चीजों की महंगाई से लोग कितना अधिक परेशान हो चुके हैं!
फिटमेंट फैक्टर क्या होता है?
केंद्रीय कर्मचारियों को जो वेतन में वृद्धि की सुविधा की प्राप्ति होती है। उसमें फिटमेंट फैक्टर का काफी ज्यादा महत्वपूर्ण पूर्ण योगदान होता है। इसी के बदौलत केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि बनी रहती है।
केंद्रीय कर्मचारियों को फिटमेंट फैक्टर के आधार पर ही बढ़ी हुई वेतन की सुविधा की प्राप्ति हो पाती है। हम आपको बता दें कि फिटमेंट फैक्टर एक सिफारिश होती है।
इस सिफारिश के मंजूरी के पश्चात ही केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि सुनिश्चित की जाती है। इस सिफारिश में केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में, महंगाई भत्ते में इत्यादि में कितने प्रतिशत की वृद्धि होगी? इससे संबंधित जानकारियां भी उपलब्ध होती है।
निष्कर्ष
आज के इस पोस्ट में हमने आप सभी लोगों के समक्ष केंद्रीय कर्मचारियों को प्रदान किए जाने वाले महंगाई भत्ते से संबंधित काफी सारी आवश्यक जानकारियां उल्लेखित कर दी है। हमें आशा है कि हमारा यह प्रयास आपके लिए ही हितकारी सिद्ध होगा।