Central government’s Diwali gift to MNREGA: सितंबर में, केंद्र ने मजदूरों को पैसा भेजा, लेकिन अधिकांश को नहीं मिला. काम करने के बाद भी, मजदूरों को राशि नहीं मिली थी. अधिकतर लोगों की राशि लटकी हुई थी.
Central government’s Diwali gift to MNREGA: पैसे आने पर कुछ राशि तो मिली, लेकिन सभी को नहीं. सितंबर में आए पैसे से विभाजन में असमंजस था. मजदूरों की मेहनत के बाद भी, उन्हें अधिकारिक मिले नहीं. केंद्र से आए धन का सही वितरण नहीं हुआ. कई मजदूरों ने अपनी कड़ी मेहनत का मुआवजा नहीं पाया. वितरित पैसे ने मजदूरों को निराश किया. समस्या का समाधान करने की आवश्यकता है ताकि सभी को उचित मिले.
दीपावली पर केंद्र ने झारखंड को दिए 620 करोड़ रुपये
Jharkhand, Ranchi: दीपावली पर केंद्र ने झारखंड को 620 करोड़ रुपये दिए. यह राशि दूसरी और तीसरी किस्तों में बाँटी गई. दूसरी किस्त में 252.27 करोड़ रुपये हैं. तीसरी किस्त में 368.35 करोड़ रुपये शामिल हैं. मजदूरों को बकाया मजदूरी का भुगतान किया जाएगा. भारत सरकार ने मनरेगा के लिए अपना हिस्सा दिया. झारखंड ने पहले ही अपना हिस्सा दे दिया था. दी गई राशि से मजदूरों को बड़ी राहत मिली है. राज्य को वित्तीय समर्थन देने के लिए कदम उठाया गया है. इस पहल से मनरेगा के कामगारों को सहारा मिला है.
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Central government’s Diwali gift to MNREGA
- राज्य के मजदूरों को 4-5 महीने से मजदूरी नहीं मिल रही थी.
- सितंबर में केंद्र से आए पैसे से कुछ राशि मिली, लेकिन अधिकांश मजदूरों को नहीं.
- काम करने के बाद भी मजदूरों को पैसे नहीं मिले थे.
- बहुत से मजदूर MGNREGA का काम छोड़ कर बाजार में काम करने जा रहे थे.
- सितंबर में कुछ हिस्सा मिला, लेकिन बहुतों को राशि नहीं मिली थी.
- केंद्र से आए पैसे से केवल कुछ मजदूरों की समस्या हल हुई.
- मजदूरों को अपनी मेहनत के बावजूद पैसा नहीं मिला.
- बड़ी संख्या में मजदूर MGNREGA का काम छोड़ बाजार में जा रहे थे.
- सितंबर में आए पैसे से भी अधिकतर मजदूरों को कोई लाभ नहीं हुआ.
- मजदूरों को वित्तीय समस्याएं बनी रहीं, जिससे उन्हें मजबूरी महसूस हो रही थी।
मजदूरी का भुगतान नहीं होने से मजदूरों में आक्रोश
- मजदूरी का भुगतान नहीं होने से मजदूरों में आक्रोश है।
- रोजगार सेवकों पर दबाव बढ़ रहा है।
- लगातार रोजगार सेवक गांव नहीं जा रहे।
- मजदूरों ने स्थिति को बहुत खराब बताया है।
- स्थिति सुधारने के लिए राशि मिलने की आशा है।
- आपसी समझ से समस्या का हल हो सकता है।
- सरकार से मदद की उम्मीद है।
- अच्छे दिनों की प्रतीक्षा कर रहे हैं मजदूर।
- न्याय से समस्या का समाधान हो सकता है।
- इस स्थिति में समर्थन की आवश्यकता है।
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