Employees Salary Payment , Salary Payment : जिलाधिकारी ने आदेश दिया है कि सभी अधिकारी और कर्मचारी हर महीने की पहली तारीख को वेतन प्राप्त करें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वेतन का भुगतान समय पर होना चाहिए। संबंधित विभागों को इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। समय पर वेतन मिलने से कर्मचारियों की उत्सुकता और मनोबल में सुधार होगा। इससे न केवल काम की गुणवत्ता में वृद्धि होगी, बल्कि कर्मचारियों की संतुष्टि और प्रेरणा भी बढ़ेगी। कर्मचारियों और अधिकारियों की प्रेरणा बढ़ाने के लिए समय पर वेतन भुगतान महत्वपूर्ण है।
Salary Payment : सरकारी सेवकों के लिए खुशखबरी है कि वेतन भुगतान में अब कोई देरी नहीं होगी। विभिन्न जिलों के कलेक्टरों ने आहरण और संवितरण अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं, जिससे कर्मचारियों को समय पर वेतन मिल सके। आदेशों के तहत, हर महीने की पहली तारीख को कर्मचारियों का वेतन अनिवार्य रूप से देने का प्रावधान किया गया है। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने जिला कोषालय के आहरण और संवितरण अधिकारी को इस दिशा में स्पष्ट निर्देश दिए हैं। इससे अब कर्मचारियों को अपने वेतन के लिए प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी। कर्मचारियों को अब वेतन की देरी की समस्या से निजात मिलेगी।
5 तारीख तक शासकीय सेवकों के वेतन का भुगतान Employees Salary Payment
मध्य प्रदेश कौशल संहिता 2020 के सहायक नियम 109(3) के अनुसार, सभी शासकीय सेवकों का वेतन 1 तारीख को दिया जाना चाहिए। यदि 5 तारीख तक वेतन का भुगतान नहीं होता है, तो इसके लिए आहरण संवितरण अधिकारी को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। इस नियम के अंतर्गत, वेतन वितरण की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की देरी पर आहरण संवितरण अधिकारी पर कार्रवाई की जा सकती है। नियमों के अनुसार, शासकीय सेवकों को समय पर वेतन मिलना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। आहरण संवितरण अधिकारी की जिम्मेदारी है कि वेतन 1 तारीख को ही वितरित हो। किसी भी प्रकार की लापरवाही पर संबंधित अधिकारी को उत्तरदायी माना जाएगा।
वेतन भुगतान में अनावश्यक देरी Employees Salary Payment
- संहिता 2020 के सहायक नियम 1093 के तहत सभी विभागों के अधिकांश कर्मचारियों का वेतन 5 तारीख से पहले देना अनिवार्य है।
- कलेक्टर ने इस नियम के पालन में लापरवाही को लेकर चिंता जताई है।
- कर्मचारियों को समय पर वेतन न मिलने से उनके कार्य में बाधा उत्पन्न होती है।
- निर्देशों की अनदेखी से वेतन वितरण में अनावश्यक विलंब हो जाता है।
- कुछ कर्मचारियों की लापरवाही से समय पर वेतन वितरण नहीं हो पाता।
- कलेक्टर ने सभी विभागों को नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
- विभागों को 5 तारीख से पहले हर हाल में वेतन भुगतान सुनिश्चित करना होगा।
- कर्मचारियों की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
- वेतन वितरण में देरी से कर्मचारियों के मनोबल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- समय पर वेतन मिलने से कर्मचारियों की कार्य क्षमता और उत्पादकता बढ़ती है।
कर्मचारियों को 1 तारीख को वेतन भुगतान करने के निर्देश
- आयुक्त कोष और लेखा भोपाल ने निर्देश दिया कि सभी कर्मचारियों को 1 तारीख को वेतन दिया जाए।
- अशोकनगर कलेक्टर सुभाष द्विवेदी ने भी अधिकारियों को समय पर वेतन भुगतान सुनिश्चित करने का आदेश दिया है।
- कोषालय अधिकारी रविंद्र सूर्यवंशी ने आहरण और संवितरण अधिकारियों से 25 तारीख तक उपस्थिति मांगी है।
- उपस्थिति प्राप्त करने के बाद वेतन भुगतान को समय पर सुनिश्चित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
- सभी संबंधित अधिकारियों को कर्मचारियों की उपस्थिति रिपोर्ट समय पर जमा करने के लिए कहा गया है।
- वेतन भुगतान प्रक्रिया को बिना देरी के पूरा करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
- 1 तारीख को वेतन भुगतान सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक तैयारी पहले से ही की जा रही है।
- अधिकारी कर्मचारियों की उपस्थिति समय पर प्राप्त करने पर ही वेतन भुगतान में कोई बाधा नहीं आएगी।
- वेतन भुगतान समय पर करने के निर्देश अधिकारियों को सही तरीके से लागू करने के लिए दिए गए हैं।
- समय पर वेतन मिलने से कर्मचारी संतुष्ट रहेंगे और उनकी कार्य क्षमता भी बढ़ेगी।
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