Chandrayaan 3 LOI: आज असली लड़ाई शाम को… अब शुरू होगा चंद्रमा का चक्रव्यूह

chandrayaan-3 14 जुलाई को भारत के वैज्ञानिक संगठन इसरो के द्वारा लांच किया गया था। यह लगातार तेज गति से सफर करते हुए चंद्रमा की कक्षा के काफी नजदीक पहुंच चुका है। अब यह चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने जा रहा है और अब chandrayaan-3 का असली परीक्षा और असली लड़ाई शुरू हो चुका है।

chandrayaan-3 जैसे ही चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करेगा इसकी परीक्षा शुरू हो जाएगी और अब से लेकर 23 अगस्त तक इसकी परीक्षा लगातार चलेगी।

अगर यह इस परीक्षा में पास होता है और सही सलामत चंद्रमा की कक्ष में प्रवेश करता है तो हमारा chandrayaan-3 के सफल होने का बहुत ही ज्यादा उम्मीद है।

अब अगर आप जानना चाहते हैं कि इस परीक्षा में chandrayaan-3 पार हो सकता है या नहीं तो आप ही सुख बिल्कुल सही जगह पर है। 

हम आज आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से बिल्कुल विस्तारपूर्वक बताने वाले हैं कि हमारे chandrayaan-3 का परीक्षा किस तरह का होने वाला है और क्या हमारा chandrayaan-3 इस परीक्षा को सफलतापूर्वक पास कर सकता है।

अगर आप‌ यह सभी जानकारी विस्तार पूर्वक प्राप्त करना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को ध्यान पूर्वक अंत तक पढ़ते रहे। 

अब chandrayaan-3 जाएगा चांद की ग्रेविटी वाले इलाके में 

अब तक हमारा chandrayaan-3 लगातार पृथ्वी के कक्ष में सफर कर रहा था और तेजी से चंद्रमा की ओर आगे बढ़ रहा था। लेकिन अब chandrayaan-3 की असली परीक्षा शुरू हो चुकी है और यह चंद्रमा के कक्ष के काफी नजदीक पहुंच चुका है।

वैज्ञानिकों द्वारा और chandrayaan-3 को चंद्रमा के कक्ष में प्रवेश कराया जाएगा और इसे चंद्रमा की ग्रेविटी वाले इलाके में प्रवेश किया जाएगा।

यह बहुत ही मुश्किल है लेकिन पहले वैज्ञानिकों द्वारा यह किया जा चुका है इसलिए लोगों का यह उम्मीद है कि फिर से chandrayaan-3 सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कर सकता है। 

जैसे ही हमारा chandrayaan-3 चंद्रमा के कक्ष में प्रवेश करेगा और चंद्रमा की ग्रेविटी वाले इलाके में पहुंचेगा इसके गति में वैज्ञानिकों द्वारा कटौती की जाएगी और इसे चंद्रमा की ग्रेविटी के अनुसार सेट किया जाएगा।

वैज्ञानिक अगर सफलतापूर्वक इसे चंद्रमा की ग्रेविटी के अनुसार सेट कर पाते हैं तो हमारा chandrayaan-3 फिर से दोबारा सफर करना शुरू करेगा और अपने निश्चित समय और निश्चित तारीख को चंद्रमा की दक्षिणी ध्रुव की सतह पर सॉफ्ट लैंड करने के लिए तैयार होगा। 

चंद्रयान 3 की इंजन को किया जाएगा 20 मिनट के लिए ऑन 

अब सभी लोग सोच रहे होंगे कि हमारा chandrayaan-3 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला है तो पहले ही इसके इंजन को ऑन क्यो किया जाएगा।

ऐसे में हम सभी लोगों को बता दें कि जब हमारे वैज्ञानिकों द्वारा chandrayaan-3 को चंद्रमा के कक्ष में प्रवेश किया जाएगा उस समय इसे चंद्रमा की ग्रेविटी के अनुसार सेट करने के लिए इसके इंजन को ऑन किया जाएगा।

ताकि यह अच्छी तरीके से चंद्रमा की ग्रेविटी में सेट हो सके और हमारा chandrayaan-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की ओर अग्रसर हो सके। 

अभी हमारा chandrayaan-3 पृथ्वी की परिक्रमा पूरी कर चंद्रमा के करीब पहुंचा है और अब इसे चंद्रमा की परिक्रमा करना है।

इसके लिए वैज्ञानिकों द्वारा इसकी दिशा में परिवर्तन किया जाएगा इसीलिए इसके इंजन को ऑन किया जाएगा।

ताकि सफलतापूर्वक इसकी दिशा को पलटा जा सके और यह पृथ्वी के बजाय चंद्रमा के कक्ष में प्रवेश कर सके और चंद्रमा का परिक्रमा लगा सके।

जिससे इसे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने में मदद मिलेगी और हमारे वैज्ञानिक सफलतापूर्वक इसे 23 अगस्त तक चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने में कामयाब होंगे। 

chandrayaan-3 चंद्रमा के कक्ष में लगाने वाला है 5 आर्बिट 

हमारा chandrayaan-3 चंद्रमा के कक्ष में जैसे ही प्रवेश करेगा उसको चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने के लिए चंद्रमा के कक्ष में 5 आर्बिट लगाने की आवश्यकता होगी।

हम आपको बता दे कि पहला आर्बिट 40000 किलोमीटर का होगा जिसे चंद्रयान-3 चंद्रमा के कक्ष में प्रवेश करते ही लगाना शुरू कर देगा।

दूसरी आर्बिट 18 से 20000 किलोमीटर की होगी जिसे chandrayaan-3 द्वारा 6 अगस्त रात 11:00 बजे से लगाना शुरू किया जाएगा।

तीसरी आर्बिट 5000 किलोमीटर की होने वाली है जिसे chandrayaan-3 9 अगस्त दोपहर 1:45 बजे से लगाना शुरू करेगा। 

इसके बाद चौथी आर्बिट 1000 किलोमीटर की होने वाली है जिसे यह 14 अगस्त दोपहर 12:00 बजे से लगाना शुरु करेगा और अंतिम आर्बिट 100 किलोमीटर की होने वाली है जिसे यह 16 अगस्त कि सुबह 8:30 बजे लगाना शुरू करने वाला है। 

निष्कर्ष 

यह आर्टिकल सभी भारत वासियों के लिए काफी मददगार साबित होने वाला है। क्योंकि इस आर्टिकल के माध्यम से chandrayaan-3 से संबंधित जानकारी दी गई है और लोगों को बताया गया है कि हमारा chandrayaan-3 चंद्रमा के कक्ष में कब प्रवेश करेगा। इसके साथ साथिया भी जानकारी दी गई है कि चंद्रमा के कक्ष में chandrayaan-3 कितनी आर्बिट को पार करेगा और कितना किलोमीटर दूरी तय करेगा।

उम्मीद है यह आर्टिकल आपको अच्छी लगी होगी और chandrayaan-3 से संबंधित सारी जानकारी मिल गई होगी। अगर यह आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अपने मित्रों के साथ-साथ अपने सोशल मीडिया पर साझा करें।