Accident Policy में जरूर शामिल कराएं ये पांच चीजें, ताकि जरूरत पड़ने पर Salary की तरह हर महीने आए पैसा

Sonu

Accident Policy: एक्सीडेंट पॉलिसी जरूरी है, जो Life या Health Insurance में राइडर के रूप में शामिल हो सकती है। यह सुनिश्चित करेगा कि आपको यदि दुर्घटना होती है, तो वित्तीय सुरक्षा मिले। राइडर्स से आपको एक्स्ट्रा कवर मिल सकता है, जो आपके और आपके परिवार को बचा सकता है। 

लाइफ इंश्योरेंस में अक्सीडेंटल डेथ बेनेफिट शामिल करना समझदारी हो सकता है। हेल्थ इंश्योरेंस में एक्सीडेंटल कवर स्वास्थ्य सुरक्षा में मदद कर सकता है। बीमा पॉलिसी में Accidental राइडर से चिकित्सा खर्च भी सहारा हो सकता है। राइडर से असमर्थता की स्थिति में वित्तीय समर्थन प्राप्त हो सकता है। चोट और अपातकालीन स्थितियों के लिए अत्यंत आवश्यक है। Accident Policy से जीवन को अनुकूलित करने का मौका हो सकता है। आपकी सुरक्षा के लिए एक्सीडेंटल कवर विचारनीय है।

Accident Policy में जरूर शामिल कराएं ये पांच चीजें

अगर दुर्घटना हो, तो टेंपरेरी डिसएबिलिटी और पॉलिसी से रोजमर्रा के खर्च कवर करें. परमानेंट डिसएबिलिटी के लिए एक्सिडेंट पॉलिसी लें, सैलरी कमी को कवर करें. Health Insurance में Accident Rider जोड़कर अपने खर्चों का सुरक्षित करें. आईएमआई, किराया, बच्चों की फीस को ध्यान में रखकर पॉलिसी चयन करें. संपूर्ण स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी में ऐक्सिडेंटल कवर को जोड़ें. भविष्य के आने वाले दिनों की सुरक्षा के लिए जीवन बीमा में ऐक्सिडेंट राइडर शामिल करें. अपनी आदतें, विशेषज्ञता के आधार पर पॉलिसी चयन करें. रोजगार सुरक्षा के लिए Accident Policy की जरूरत है. आपकी आर्थिक स्थिति को सुरक्षित करने के लिए सही पॉलिसी चयन करें. अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सभी आशंकाएं पूरी करने के लिए बीमा का सही उपयोग करें.

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आइए जानते हैं आपको किन पांच चीजों को पॉलिसी में कराना चाहिए शामिल

1- परमानेंट डिसएबिलिटी होने पर क्या?

  • परमानेंट डिसएबिलिटी के लिए पॉलिसी जरुरी है, क्योंकि यह आपके जीवनभर कमाई को सुरक्षित करती है।
  • अधिकांश हेल्थ इंश्योरेंस में इसे कवर नहीं किया जाता, लेकिन आप राइडर के रूप में जोड़ सकते हैं।
  • इसके तहत महीने भर के निश्चित राशि का भुगतान या पूरा क्लेम विकल्प होता है।
  • यह आपको और आपके परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
  • आप लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी में इस विशेष रक्षा को जोड़कर यह लाभ उठा सकते हैं।
  • यह सदैवचिर बचत और सुरक्षा का साधन बना रहता है।

2- परमानेंट पार्शियल डिसएबिलिटी

  • बड़ी दुर्घटना के बाद आमतौर पर लोगों को स्थायी पार्शियल डिसएबिलिटी हो सकती है.
  • हाथ, पैर, आंख, कान में कोई डिसएबिलिटी हो सकती है.
  • इससे काम करने में मुश्किलें आ सकती हैं, पैसे कमाने में रुकावट हो सकती है.
  • दुर्घटना के बाद जरूरी है कि आपकी पॉलिसी में इससे जुड़ा राइडर हो.
  • यह सुनिश्चित करेगा कि आपको आर्थिक सुरक्षा मिले, कोई दिक्कत ना हो.
  • राइडर जोड़ना सुनिश्चित करेगा कि आप दुर्घटना के बाद भी सुरक्षित रहें।

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3- टेंपरेरी टोटल डिसएबिलिटी

  • अगर आपको कुछ महीनों तक उठने बैठने में समस्या हो, टेम्परेरी टोटल डिसएबिलिटी पॉलिसी विचारें।
  • ऐसे एक्सिडेंट में परिवार का भरण-पोषण सुनिश्चित करने के लिए यह पॉलिसी महत्वपूर्ण है।
  • अपनी आदतों को बनाए रखने के लिए टेंपरेरी टोटल डिसएबिलिटी का समर्थन कर सकती है।
  • इससे आपको रोजमर्रा की जरूरतों का सहारा मिल सकता है, बिना तनाव के।
  • बेड रेस्ट के दौरान, परिवार को आर्थिक सुरक्षा मिलती है।
  • यह सुनिश्चित करता है कि आपका परिवार असुरक्षित स्थितियों में भी सुरक्षित रहे।

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4- इलाज के दौरान डेली हॉस्पिटल कैश

  • हेल्थ इंश्योरेंस में रोज हॉस्पिटल खर्चों को शामिल करना उचित है।
  • इसमें ट्रांसपोर्टेशन और रहने के खर्च भी शामिल होने चाहिए।
  • इलाज के दौरान परिवार के खर्चों को भी शामिल करना उचित है।
  • अस्पताल में रहने से जुड़े अतिरिक्त खर्चों की भरपाई की जा सकती है।
  • इससे रोज हॉस्पिटल से जुड़े सभी खर्चों का सुरक्षित होना चाहिए।
  • इलाज के दौरान उत्पन्न सभी आपत्तियों का भी समर्थन होना चाहिए।

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5- लोन प्रोटेक्शन बेनेफिट लें

  • लोगों के ऊपर विभिन्न तरह के लोन हो सकते हैं.
  • एक्सिडेंट से होने पर लोन की भरपाई मुश्किल हो सकती है.
  • लोन प्रोटेक्शन राइडर फीचर से अपनी पॉलिसी को सुरक्षित बनाएं.
  • इससे आपके घर और कार को भी सुरक्षित रखा जा सकता है.
  • डिसएबिलिटी के मामले में इससे आपको आराम मिल सकता है.
  • लोन पर आने वाली दिक्कतों से बचने के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है.
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