UP Board: अमेठी शहर में, यूपी बोर्ड की कॉपियों के मूल्यांकन में रफ्तार बढ़ गई है। अब तक एक लाख 44 हजार कॉपियां जांची जा चुकी हैं। शनिवार को अधिकारियों ने केंद्रों की निगरानी की और उनकी व्यवस्थाओं का मूल्यांकन किया। गौरीगंज के रणंजय इंटर कॉलेज में 332 शिक्षकों और 50 प्रधान परीक्षकों के साथ समूह बनाया गया और 4064 कॉपियां जांची गईं। रणवीर इंटर कॉलेज, रामनगर में 40 प्रधान परीक्षकों और 221 शिक्षकों ने एक साथ काम किया और 11,863 कॉपियों का मूल्यांकन किया। केंद्र को आवंटित 99075 में से 93279 में से 73076 का मूल्यांकन शनिवार तक पूरा हो चुका है। अब केवल 20203 कॉपियों का मूल्यांकन बाकी है। डीआईओएस रीता सिंह ने केंद्रों की निगरानी की और व्यवस्थाओं का मूल्यांकन किया।
अब यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों का मू्ल्यांकन शुरू जानिए कब जारी होगा रिजल्ट
UP Board Result 2024
2023 में, यूपी बोर्ड का परिणाम 25 अप्रैल को घोषित किया गया था, लेकिन इस बार के रिजल्ट का विज्ञापन 15 अप्रैल के आसपास हो सकता है, जैसा कि सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है। यूपी बोर्ड की ओर से अभी तक परिणाम की आधिकारिक तारीख की घोषणा नहीं हुई है। इस बार कुल 55,25,308 छात्रों ने बोर्ड परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन 324008 छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी थी।
3 लाख से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी UP Board
यूपी बोर्ड की 10वीं कक्षा की परीक्षा में 184,986 छात्रों और 12वीं कक्षा में 1,390,22 छात्रों ने परीक्षा में हिस्सा नहीं लिया। 10वीं बोर्ड परीक्षा के लिए 2,999,507 छात्रों ने और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए 2,525,801 छात्रों ने पंजीकरण कराया था। पिछली बार 10वीं कक्षा का कुल पास प्रतिशत 89.78 था, जिसमें 86.64 फीसदी लड़के और 93.34 फीसदी लड़कियां पास हुई थीं। इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में कुल 75.52 छात्र सफल घोषित किए गए, जिसमें 69.34 प्रतिशत लड़के और 83 प्रतिशत लड़कियां सफल रहीं।
- विभागीय सूत्रों के अनुसार, 3 लाख से अधिक इंटर और हाईस्कूल की परीक्षा पत्रों का मूल्यांकन होना है।
- अभी तक, किसी भी केंद्र पर 50% से अधिक शिक्षक मूल्यांकन में शामिल नहीं हुए हैं।
- इस परिस्थिति को देखते हुए मूल्यांकन पर्यवेक्षक द्वारा नोटिस जारी किया गया है।
- उसके बाद भी, कोई सुधार नहीं हुआ।
- यह स्थिति गंभीर है और स्थिति को सुधारने की आवश्यकता है।
- मूल्यांकन प्रक्रिया के संबंध में समय-सारणी का पालन अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- इसे त्वरित रूप से सुलझाने के लिए कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।
- संबंधित अधिकारियों को इस समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए।
- शिक्षकों को मूल्यांकन में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
- ऐसा करने से परीक्षार्थियों को उचित और समय पर मूल्यांकन प्राप्त हो सकेगा
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यूपी बोर्ड रिजल्ट 2024
- शासन द्वारा मूल्यांकन कार्य की सीमा अभी तक नहीं बढ़ाई गई है।
- पर्यवेक्षक आईपीएस सोलंकी बता रहे हैं कि शिक्षकों को बहिष्कार किया जा रहा है।
- बहिष्कार के बाद भी, 30% शिक्षक मूल्यांकन में भाग रहे हैं।
- मूल्यांकन कार्य के लिए समय बढ़ाने की आवश्यकता है।
- शिक्षकों का बहिष्कार मूल्यांकन कार्य को प्रभावित कर रहा है।
- सीमा बढ़ाने से मूल्यांकन कार्य में भाग लेने वाले शिक्षकों की संख्या बढ़ सकती है।
- निर्देशों का जल्दी से जारी होना आवश्यक है।
- शिक्षकों के सहयोग के लिए सीमा बढ़ाने के निर्देश देने की आवश्यकता है।
- शासन को इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है।
- शिक्षकों का सहयोग मिलेगा तो मूल्यांकन प्रक्रिया को सुचारू बनाने में मदद मिलेगी।