7th Pay Commission : केंद्रीय कर्मचारियों को होली से पहले एक बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है। इसमें महंगाई भत्ते के साथ-साथ डीए में भी वृद्धि की जा रही है। यदि भत्ते में वृद्धि होती है, तो कर्मचारियों की सैलरी भी बढ़ेगी। तो यह जानने के लिए तैयार रहें कि कब से कर्मचारियों के खातों में अधिक पैसे जमा होने वाले हैं।
होली से पहले, केंद्र सरकार की तरफ से एक बड़ा तोहफा आया है जिसमें लाखों केंद्र सरकार के कर्मचारियों को महंगाई भत्ते में 4 फीसदी की बढ़ोतरी का लाभ मिलने की संभावना है। इस बढ़ोतरी के परिणामस्वरूप, महंगाई भत्ता और महंगाई राहत में 50 फीसदी से अधिक वृद्धि हो सकती है। यह कदम कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत होगी।
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अब केंद्रीय कर्मचारियों को महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी के साथ एक और तोहफा, सैलरी में इतना होगा इजाफा
7th Pay Commission
7th Pay Commission : केंद्र सरकार निर्माणशील कार्यकर्ताओं के लिए महंगाई भत्ता सीपीआई डेटा के आधार पर निर्धारित करती है। मौजूदा समय में, सीपीआई डेटा का 12 महीने का औसत 392.83 है। इस आधार पर, डीए मूल वेतन का 50.26 फीसदी होगा। श्रम मंत्रालय के श्रम ब्यूरो विभाग हर महीने सीपीआई-आईडब्ल्यू डेटा प्रकाशित करता है।
महंगाई की वर्तमान स्तिथि के आंकड़ों के आधार पर, अगले महीने में डीए में 4 फीसदी तक की वृद्धि होने की संभावना है। अगर मार्च के महीने में डीए में वृद्धि का ऐलान होता है, तो इसे जनवरी से ही लागू किया जाएगा। इससे कर्मचारियों और पेंशनर्स को पिछले महीनों का बकाया भी मिलेगा। मौजूदा महंगाई के आंकड़ों के आधार पर, अगली डीए में 4 फीसदी की बढ़ोतरी की संभावना है। अगर मार्च के महीने में डीए में वृद्धि का ऐलान होता है, तो इसे जनवरी से प्रभावी बनाया जाएगा। इस प्रकार, कर्मचारियों और पेंशनर्स को पिछले महीनों का बकाया भी दिया जाएगा।
ऐसे होती है डीए और डीआर की कैलकुलेशन
- 7वां सीपीसी डीए% की गणना में एक आईसीपीआई-आईडब्ल्यू का औसत उपयोग होता है, जो कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए है।
- फॉर्मूला में आईसीपीआई-आईडब्ल्यू के अनुसार पिछले 12 महीनों का औसत लिया जाता है।
- फॉर्मूला में 261.42 का उपयोग एक मानक के रूप में किया जाता है।
- यह गणना केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए होती है।
- यह गणना 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के आधार पर होती है।
- गणना के अनुसार डीए% का पता चलता है जो वेतन में परिवर्तन को दर्शाता है।
- यह गणना कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए महत्वपूर्ण है।
- गणना में पिछले वर्ष के औसत का महत्वपूर्ण भूमिका होता है।
- सीपीसी डीए% के माध्यम से वेतन की बदलाव को मापा जाता है।
- इस गणना से कर्मचारियों और पेंशनर्स को वेतन में संशोधन की जानकारी मिलती है।
कितनी बढ़ जाएगी सैलरी?
यदि महंगाई भत्ते और महंगाई राहत में चार फीसदी की वृद्धि होती है, तो कर्मचारियों और पेंशनर्स की सैलरी में कितना बढ़ोतरी होगा, इसे एक उदाहरण से समझने का प्रयास करें।
- केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 53,500 रुपए प्रति माह है।
- मौजूदा महंगाई भत्ता 46 फीसदी के हिसाब से 24,610 रुपए है।
- अगर डीए 50 फीसदी तक हो जाता है, तो भत्ता 26,750 रुपए होगा।
- इससे कर्मचारी की सैलरी में 2,140 रुपए की वृद्धि होगी।
- महंगाई भत्ते में इजाफा की दर 46 से 50 फीसदी तक है।
- सैलरी में यह बढ़ोतरी केंद्रीय कर्मचारियों के लिए लाभप्रद होगी।
- समय के साथ महंगाई का असर सैलरी में अनुकूल बदलाव लाता है।
- इससे कर्मचारियों की वित्तीय स्थिति में सुधार होता है।
- सरकार की नीतियों के अनुसार महंगाई भत्ते की दरें समय-समय पर संशोधित की जाती हैं।
- यह भत्ता कर्मचारियों के जीवन में आर्थिक स्थिरता और संतुलन लाता है।
Central Government Pensioners
- केंद्र सरकार के पेंशनर्स को महीने में 41,100 रुपए की बेसिक पेंशन मिलती है।
- 46 फीसदी डीआर पर पेंशन पाने वालों को 18,906 रुपए मिलते हैं।
- उनका डीआर 50 फीसदी हो जाता है तो महंगाई से राहत के रूप में 20,550 रुपए मिलेंगे।
- अगर डीए में 4 फीसदी की बढ़ोतरी होती है तो पेंशन 1,644 रुपए प्रति माह बढ़ जाएगी।
- पेंशनर्स को नया डीए मिलने से लाभ होगा।
- डीआर की बढ़ोतरी से उन्हें अधिक पेंशन मिलेगी।
- पेंशनर्स की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
- सरकार ने पेंशनर्स की भलाई के लिए कदम उठाया है।
- बढ़ी हुई महंगाई के बावजूद उन्हें अधिक सहायता मिलेगी।
- यह नया निर्णय पेंशनर्स के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएगा।